2009-04-13

जिंदगी की आइस -पाइस

कुछ चीजे कभी नहीं बदलती ....व्हाइट शर्ट ओर जींस आज भी फेशन में है ....पूरी- छोले ओर जलेबी का नाश्ता भी...बच्चे आज भी सोते वक़्त चद्दर को लात मारके उतारते है ... .खूबसूरती आज भी अपील करती है .. संडे आज भी हफ्ते का शानदार दिन है …. अख़बार ओर सुबह के बीच अब भी मोहब्बत है
…….पर बहुत कुछ बदल रहा है लोग शर्ट के ऊपर टी शर्ट पहनकर नया स्टाइल स्टेटमेंट ला रहे है..... मेल अंडरवियर भी डिजाइनर ,ओर ब्रांडेड हो गये है … .देव डी की हिरोइन साईकिल पर बिस्तर टाँगे नदी किनारे प्रेमालाप करने की इच्छा जाहिर कर रही है …
नर्सिंग होम आ गया है. इमरजेंसी पिल के ऐसे ही एक बड़े इश्तिहारी बोर्ड के ठीक नीचे मै अपनी कार पार्क करता हूँ .…दिमाग की चिप में कितने जी. बी की केपेसिटी होगी....साला एक मिनट में क्या क्या सोच लेता है....??
...सुबह सुबह आप थोड़े से इन्सान ज्यादा होते है ऐसा मेरा तजुर्बा भी है .. पर डॉ गुप्ता रिक्शा वाले की लगातार दरख्वास्त के बाद भी उसके बेटे के डिस्चार्ज बिल में एक रूपया कम न करके मेरे तजुर्बे को गलत ठहरा रहे है .....एक रेफरेंस की बाबत मै वहां आया हूँ ..वे उसके कंधे पे हाथ रख के कुछ फुसफुसाते है जो मुझे सुनाई नहीं देता . ..वापसी में वे .नर्सिंग होम के बाहर किसी स्टाफ को बोर्ड के लिए 'गोल्ड मेडलिस्ट "को अलग कलर से लिखवाने के इंस्ट्रक्शन दे रहे है ... उम्र में मुझसे दस -पंद्रह साल बड़े डॉ गुप्ता मिलते ही ऐसे झुकते है की रशियन जिमनास्ट भी उनसे रश्क करे..चेहरे पे फेविकोल के जोड़ से चिपकायी मुस्कान . विनम्रता के म्युचुअल फंड में .इनका इनवेस्टमेंट तगड़ा होगा...
जमाना अब "पोलिशड- कमीनो " का है …ओर कमीनियत की भी लिगेसी होती है ..खानदानी ....मुझे वर्मा का डाइलोग याद आता है .... लाखो की प्रेक्टिस छोड़ वर्मा जी किसी अकेडमिक इंस्टीट्युट से जुड़ रहे है …कुछ ओर नया करने की बात औरो की तरह मेरे पल्ले भी नहीं पड़ती ... पैसो से अलग नया क्या ??????
" क्यों " के सवाल पे ...बस यूँ ही ....का जवाब देते है......पर जमी जमाई प्रेक्टिस .इस उम्र में ?.......
जिंदगी जीने की कोई उम्र नहीं होती ... कुछ फैसले गज फीते से नाप -जोख कर तय नहीं किये जाते….
शाम की विजिट में साइन बोर्ड पे 'गोल्ड मेडलिस्ट "अलग चमक रहा है ,बचपन में "नैतिक -शिक्षा " ऑप्शनल सब्जेक्ट होता था .. अब भी ऑप्शनल ही है... सोचता हूँ हर साइंस के ग्रेज्यूवेट को डिग्री मिलते वक़्त इसका क्रेश कोर्स कम्पलसरी कराना चाहिए ...फिर हर ५ साल बाद रिवाइज़ ...

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