......बट्टा रख दो इस गुजरते लम्हे पे..........हाय पॉज़ का बटन दबायो कोई.!!
आज की त्रिवेणी...
"सलेक्शन "
सफ़ेद चादर पे फलक की.... सलवटे है सुबह से
काले बादल के कई टप्पे यहाँ वहां पड़े है ..
रंगरोगन करने वाला तो कोई तजुर्बेकार चुनना था तुमने .
बेतरतीब सी कई सौ ख्वाहिशे है ...वाजिब -गैरवाजिब कई सौ सवाल है....कई सौ शुबहे ...एक आध कन्फेशन भी है ...सबको सकेर कर यहां जमा कर रहा हूं..ताकि गुजरे वक़्त में खुद को शनाख्त करने में सहूलियत रहे ...
आज की त्रिवेणी...
"सलेक्शन "
सफ़ेद चादर पे फलक की.... सलवटे है सुबह से
काले बादल के कई टप्पे यहाँ वहां पड़े है ..
रंगरोगन करने वाला तो कोई तजुर्बेकार चुनना था तुमने .