2008-11-14

जाग जायेगा कोई खवाब तो मर जायेगा


अब बजाज स्कूटर बुक कराकर महीनो इन्तजार करने की कवायद नही है...फोन बूथ पर लम्बी लाइने भी नही है ....न पड़ोसी के यहाँ ट्रंक कॉल सुनने के इंतज़ार की असहजता ....अब छोटी सी कार मोहल्ले में कोई उत्तेजना पैदा नही करती है...देश हाई टेक हो रहा है ......मोनोपोली ख़त्म हो गयी है....अ अपने खांसते बच्चे को घर छोड़ "गिल्ट "में दबी कामकाजी माँये है ...ख्वाहिशो के एवेज में कैलेंडर में लाल घेरो में कैद तारीखों पर ..... एम आई की मुहर है अब बच्चे मेकडोनल में बर्गर खाकर भूख मिटाते है... . .मंहगे डाइपर में सू- सू करते है .. .फ़िर महँगी एंटीबाओटिक खाकर अपनी बीमारी भगाते है..........
इस देश को शायद सबसे ज्यादा पढ़ा लिखा प्राइम मिनिस्टर नसीब हुआ है....अमेरिका का नव निर्वाचित राष्टपति भी भारत की प्रतिभा से अपने यहाँ नौकरी के खतरे महसूस करता है.....अब आतंकवाद आतंकवाद नही रहा है....हिंदू आतंकवाद ....मुस्लिम आतंकवाद बन गया है.....इस शब्द के खोजी की सब पीठ थपथपा रहे है........
१३ साल का सोनू अब भी उसी ढाबे में है....तीन साल में उसने रिन ओर निरमा की टिकिया में फर्क सीख लिया है....हाथ में आते ही पहचान लेता है की कौन सी असली है ओर कौन सी नकली .... कम पानी में बर्तन धोने के उसके हुनर का कोई सानी नही..... ग्राहक को पहचानने लगा है ...सिगरेट लाकर देने में बचे पैसे कैसे मालिक से बचाकर अलग अलग रखने है ...ताकि सिक्के आवाज करे ...सब जान गया है.....इंडिया हाईटेक हो गया है....टी वी में रियल्टी शो देखा है उसने.....सर्दियों में ...पैबंद पुराने कम्बल में उकडू मारकर कर भी उसके सपने सिकुड़ते नही है....रोज सुबह स्टेज पर उसे जाते हुए देख ... उसकी माँ अपने पल्लू से आंसू पोछती है ...पीछे से तालियों की आवाज .में कोई उसका नाम पुकारता है...घुटने मोड़कर इस भद्दी आवाज को अनसुना करने की कोशिश ..रोज बेकार जाती है ........कसकर आँख बंद कर स्टेज को दुबारा पकड़ने की एक पुरजोर कोशिश .... बर्तनों की आवाज ...

गर्म पानी के भगोने में रोज सुबह उसकी उपस्थिति दर्ज होती है ,गल्ले पे अगरबत्ती घुमाते मालिक को देख उसके होठो पे मुस्कराहट आयी है ..इंडियन आइडल का गाना गुन गुनाते हुए वो बर्तन मांजना शुरू कर देता है.....
तिरंगा चाँद पर लहरा गया है इंडिया अब "ऑफिशियली हाई टेक" हो गया है



आज की त्रिवेणी-

चिलचिलाती धूप ओर छाँव का बँटवारा हुआ है
ज़िन्दगी की कचहरी मे बेनामा लिखा है

रसूखवालो ने मौसम को रिश्वत दी है

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